दोस्तों आज हम आपको ये बताने वाले हैं कि आखिर हम सभी होली क्यों मनाते हैं ।
Why Holi is celebrated ?
- दोस्तों आपने हिरणाकश्यप के बारे में तो सुना ही होगा । जिसके घर प्रहलाद नामक बच्चे का जन्म होता है ।
- हिरणाकश्यप एक अत्यन्त ही क्रूर और अहंकारी शासक था जो स्वयं को ही भगवान समझता था ,ईश्वर की पूजा करने वालों को वह बड़ी ही क्रूरता से मार देता था।
- लेकिन उसी का बेटा प्रहलाद स्वयं भगवान विष्णु की पूजा करता था ,और जब यह बात हिरणाकश्यप को पता चलती है तो वह अलग अलग तरीके से प्रहलाद को मरवाने का प्रयास करने लगा ,लेकिन साक्षात विष्णु के भक्त प्रहलाद को कभी कोई हानि नहीं पहुँची और वह हर बार बच जाता था।
- लेकिन एक बार हिरणाकश्यप ने अपनी बहन होलिका को यह कहा कि वह प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठ जाए ,और उसने ऐसा ही किया लेकिन भगवान के परम भक्त प्रहलाद को इस बार भी कुछ नहीं हुआ लेकिन आगसे सुरक्षित रहने का वरदान पा चुक़ी होलिका स्वयं उसी अग्नि में जलकर भस्म हो जाती है ।
- तभी से यह प्रथा के रूप चलने लगा और हम हर वर्ष बुराई की प्रतीक होलिका का दहन करके सारी बुरी बातों को भूल जाते हैं और एक नयी शुरुआत करते हैं।
- आपके मन में यह विचार जरुर आया होगा कि फिर रंगो से होली क्यों खेलते हैं । रंगो से होली खेलने की शुरुआत भगवान कृष्ण ने वृंदावन के बरसाने से की थी जिसमें प्राकृतिक रंगों से होली खेली जाती थी , इसलिए आपसे यह निवेदन है कि Chemical से बने रंगों का कम से कम प्रयोग करें।
आप सभी को हमारी ओर से होली की ढेर सारी शुभकामनायें । आप सभी का जीवन सुखमय हो !!!!
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